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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन पर लगाए गंभीर आरोप

चंपई सोरेन, जिन्हें 'कोल्हान टाइगर' के नाम से भी जाना जाता है, झारखंड की राजनीति में एक प्रमुख आदिवासी नेता हैं। उन्होंने सात बार विधायक के रूप में सेवा की है और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं।

रिपोर्ट / श्रेयशी दीप

चंपई सोरेन, जिन्हें ‘कोल्हान टाइगर’ के नाम से भी जाना जाता है, झारखंड की राजनीति में एक प्रमुख आदिवासी नेता हैं। उन्होंने सात बार विधायक के रूप में सेवा की है और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। हालांकि, अगस्त 2024 में, चंपई सोरेन ने जेएमएम से इस्तीफा देकर अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा के अनुसार, वे आदिवासी, दलित और गरीबों के हक और अधिकार के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
वहीं इससे पहले, चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलें थीं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपनी नई पार्टी बनाएंगे और समान विचारधारा वाले साथियों के साथ आगे बढ़ेंगे।

राजनीतिक साजिश

आपको बता दे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान भाजपा नेता चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा में तैनात वाहनों को बिना किसी नियम और प्रोटोकॉल के वापस बुला लिया है, जिससे उनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है। चंपई सोरेन ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि झारखंड की जनता उनकी सुरक्षा करेगी।

झारखंड पुलिस का बयान

इन आरोपों के जवाब में, झारखंड पुलिस ने स्पष्ट किया है कि चंपई सोरेन को उनकी सुरक्षा श्रेणी के अनुसार पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की गई है, जिसमें 63 सुरक्षाकर्मी और पांच वाहन शामिल हैं।
चंपई सोरेन के जेएमएम छोड़ने और नई पार्टी बनाने के फैसले से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है, जिससे सत्तारूढ़ जेएमएम की चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं।

झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान की इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया

भाजपा के वरिष्ठ नेता और झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) हार के डर से बौखला गया है और चंपई सोरेन की सुरक्षा वापस लेना एक राजनीतिक साजिश है।
चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद से ही हेमंत सोरेन सरकार पर लगातार हमले तेज कर दिए हैं, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मची हुई है।

इस बीच, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वे विधायकों और सांसदों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं और राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहे हैं।
राज्य की राजनीतिक स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है, जहां एक ओर चंपई सोरेन अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, वहीं दूसरी ओर हेमंत सोरेन भाजपा पर राज्य में अस्थिरता फैलाने का आरोप लगा रहे हैं।

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