
रिपोर्ट / श्रेयशी दीप
दिल्ली में अब तक मुख्यमंत्री कौन बने गा ये सवाल सब के मन में चल रहा है । चुनाव नतीजों को आए एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन सीएम के नाम पर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है।
जहां बात की जाए दिल्ली के मुख्यमंत्री के चयन के लिए बीजेपी द्वारा सोमवार को बुलाई गई विधायक दल की बैठक फिलहाल स्थगित कर दी गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 वर्षों बाद सत्ता में वापसी की है, जिसमें उसने 70 में से 48 सीटें जीतीं। इस जीत के बाद, भाजपा के सामने नए मुख्यमंत्री के चयन का महत्वपूर्ण निर्णय है, जो पार्टी की राजनीतिक दिशा और संदेश को निर्धारित करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत को “ऐतिहासिक” बताते हुए कहा कि दिल्ली की जनता ने “आप-दा” से मुक्ति पाई है और विकास, सुशासन तथा विश्वास की जीत हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली को विकसित भारत की राजधानी बनाने के लिए भाजपा को मौका दिया गया है।
मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित उम्मीदवारों में प्रवेश वर्मा का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया है। हालांकि, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने कहा है कि अगले 10 से 15 दिनों में दिल्ली को नया मुख्यमंत्री मिलेगा और यह चयन एक प्रक्रिया के तहत किया जाएगा।
भाजपा का मुख्यमंत्री चयन यह संकेत देगा कि पार्टी दिल्ली में किस प्रकार की राजनीति और प्रशासनिक दृष्टिकोण अपनाना चाहती है। यदि पार्टी किसी युवा और नए चेहरे को मौका देती है, तो यह नवाचार और परिवर्तन का संदेश होगा। वहीं, अनुभवी नेता का चयन स्थिरता और परिपक्वता का प्रतीक होगा। इस निर्णय से भाजपा यह भी दर्शाना चाहेगी कि वह दिल्ली की विविधता और जटिलताओं को समझते हुए समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
अंततः, नए मुख्यमंत्री का चयन भाजपा की आगामी रणनीति, दिल्ली के विकास की प्राथमिकताओं और पार्टी की आंतरिक संरचना के बारे में महत्वपूर्ण संकेत प्रदान करेगा।