
रिपोर्ट / श्रेयशी दीप
प्रयागराज में मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ की घटना पर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस हादसे को लेकर सरकार की आलोचना की, जिसके जवाब में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खरगे के बयान :
अखिलेश यादव ने संसद में कहा कि प्रयागराज में लाशें पड़ी रहीं और सरकार पर फूल बरसाए जा रहे थे, जो शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि जेसीबी से लाशें हटाई गईं और सरकार से पूछा कि लाशें कहां फेंकी गई हैं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि महाकुंभ में भगदड़ के दौरान ‘हजारों’ लोगों की मौत हो गई। इस बयान पर सदन में हंगामा हुआ और सभापति ने उनसे बयान वापस लेने को कहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया :
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन बयानों को निंदनीय और शर्मनाक बताते हुए कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं का यह रवैया सनातन धर्म पर प्रहार है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दल महाकुंभ के खिलाफ पहले दिन से साजिश कर रहे हैं और झूठ फैला रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता इस आयोजन को शून्य हादसे पर ले जाने की थी, लेकिन दुर्भाग्यवश यह घटना हुई। उन्होंने बताया कि घायलों का उचित इलाज कराया गया है और घटना के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खरगे का बयान गुमराह करने वाला है और महाकुंभ के खिलाफ साजिश का हिस्सा है। सीएम योगी ने इन नेताओं के बयानों को सनातन धर्म विरोधी करार दिया।
इस प्रकार, महाकुंभ हादसे को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जिसमें सभी पक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।