Highlightदुनियादेश

विनोद कांबली की तबीयत बिगड़ी डॉक्टरों ने दी जानकारी

भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की तबीयत एक बार फिर से बिगड़ गई है। सोमवार को अचानक वो बेहोश हो गए जिसके बाद उन्हें ठाणे जिले के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया।

रिपोर्ट / श्रेयशी दीप

भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की तबीयत एक बार फिर से बिगड़ गई है। सोमवार को अचानक वो बेहोश हो गए जिसके बाद उन्हें ठाणे जिले के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। अब विनोद कांबली की मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है जिसके बारे में जानने के बाद उनके लाखों चाहने वालों की टेंशन और बढ़ सकती है। पूर्व स्टार क्रिकेटर का इलाज कर रहे डॉक्टर ने उनकी हेल्थ से जुड़ी बड़ी जानकारी दी है।

विनोद कांबली का इलाज कर रहे डॉक्टर ने एक टीवी चैनल को बताया कि पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने शुरुआत में मूत्र संक्रमण और शरीर में ऐंठन की शिकायत की थी। उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टर त्रिवेदी ने बताया कि विनोद कांबली की मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है और ये पता चला है कि उनके मस्तिष्क में खून के थक्के जमे हुए हैं एक गंभीर स्थिति है और तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

ब्रेन क्लॉट्स के लक्षणों में अचानक कमजोरी या लकवा, बोलने में दिक्कत, तेज सिरदर्द, दृष्टि संबंधी समस्याएं और संतुलन बनाए रखने में कठिनाई शामिल हैं। यदि ऐसे लक्षण प्रकट हों, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

वर्तमान में, कांबली की स्थिति में सुधार हो रहा है, और डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर करीबी नजर रखे हुए है। कांबली ने डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों का उनकी देखभाल के लिए धन्यवाद दिया है।

फ्री में होगा कांबली का इलाज

काभी गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाले विनोद कांबली को आज इस हाल में देखकर फैंस बेहद दुखी हैं। हाल ही में उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था जिसमें वो अपने बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर से मिलते दिखे थे। कांबली की लड़खड़ाती जुबान और मानसिक संतुलन देखकर सभी हैरान हो गए थे। तभी से फैंस को उनकी हेल्थ की फिक्र हो रही है। इस बीच एक खुशी की खबर ये सामने आई है कि आर्थिक हालात से भी संघर्ष कर रहे विनोद कांबली का इलाज फ्री में होगा। त्रिवेदी ने बताया कि अस्पताल प्रभारी एस सिंह ने कांबली को जीवन भर मुफ्त इलाज करने का फैसला किया है।

विनोद कांबली का करियर

विनोद कांबली ने साल 1993 में भारत के लिए डेब्यू किया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेले। उन्होंने 1995 में अपना आखिरी टेस्ट और 2000 में अंतिम अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेला। इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने से पहले उन्होंने मुंबई के एक स्कूल टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर 664 रनों की साझेदारी कर क्रिकेट जगत में तहलका मचा दी थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button