
रिपोर्ट / श्रेयशी दीप
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इन दिनों विदेश यात्रा पर हैं। वो G20 में छाए रहे और अब गुयाना और बारबाडोस ने पीएम मोदी को लेकर ऐसा ऐलान किया है कि दुश्मन जलकर खाक हो गए हैं। गुयाना और बारबाडोस का नया ऐलान है कि भारत के प्रधानमंत्री को सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार के जरिए सम्मानित किया जाएगा। दोनों ही देशों के सम्मानों के मायने अलग-अलग हैं। इससे ठीक पहले डोमिनिका ने भी पीएम को सम्मानित किया था। पीएम मोदी को कई देशों के मिले सर्वोच्च पुरस्कारों की संख्या जानकर आपको भी गर्व होगा।
इस पुरस्कार से पीएम मोदी को किया जाएगा सम्मानित
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, गुयाना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान करेगा। वहीं दूसरी तरफ बारबाडोस भी प्रधानमंत्री मोदी को प्रतिष्ठित ‘ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ से सम्मानित करेगा। पीएम यह पुरस्कार भी गुयाना में ग्रहण करेंगे।वैश्विक स्तर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता काफी अधिक है। एक सर्वे में उन्हें सबसे लोकप्रिय नेता करार दिया गया था। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर उनके नेतृत्व के लिए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 से अब तक 19 देशों के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों समेत संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुयाना की सरकार ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान “द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस” से सम्मानित किया है। यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को उनकी वैश्विक नेतृत्व क्षमता और भारत-गुयाना के बीच बढ़ते कूटनीतिक संबंधों के प्रतीक के रूप में दिया गया है। यह सम्मान उन्हें गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने प्रदान किया।
सम्मान समारोह के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करते हुए गुयाना और भारत के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की बात कही। उनकी इस यात्रा के दौरान उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके अलावा, उन्होंने इंडियन अराइवल मोन्यूमेंट का भी दौरा किया, जो भारतीय अनुबंधित श्रमिकों की पहली यात्रा के सम्मान में बनाया गया है।
यह पुरस्कार भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय पहचान और दोनों देशों के मजबूत होते संबंधों को दर्शाता है।