
रिपोर्ट / श्रेयशी दीप
दिल्ली की हवा अभी देश में सबसे ज्यादा खराब है। इतनी खराब कि लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। बुधवार को पहली बार इस मौसम में AQI गंभीर स्थिति में पहुंच गया और आज भी कुछ इसी तरह के हालात हैं। कई इलाकों में वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है।
ऐसे में दिल्ली और उसके आसपास लगातार बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने अहम बैठक बुलाई है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय दिल्ली सचिवालय स्थित ग्रीन वॉर रूम में संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। दिल्ली में बीते 2- 3 दिन से प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है। यहां पर AQI का लेवल 400 के पार पहुंच गया है।
उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में विशेष अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं, जिसमें धूल नियंत्रण और पराली प्रबंधन जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं।
दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के पहले चरण को लागू कर दिया है, जिसके तहत खुले में कचरा जलाने पर रोक, निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण, और पानी के छिड़काव जैसे उपाय किए जा रहे हैं। प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए 523 टीमें, 500 पानी के टैंकर और 85 मशीनों को सड़कों पर साफ-सफाई के लिए तैनात किया गया है।
सरकार ने 13 प्रदूषण प्रभावित हॉटस्पॉट पर निगरानी के लिए एक “ग्रीन वार रूम” भी स्थापित किया है, जो प्रदूषण की स्थिति पर नियमित नज़र रखेगा और ग्रीन दिल्ली ऐप पर प्राप्त शिकायतों का समाधान करेगा।
इस बीच, इस मुद्दे पर राजनीतिक विवाद भी गर्मा रहा है, जहाँ कांग्रेस और भाजपा ने AAP सरकार की प्रदूषण नियंत्रण में कथित नाकामी पर सवाल उठाए हैं, जबकि दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने को मुख्य कारण बताया है।