
रिपोर्ट/ तान्या कसौधन
Lucknow News: जन जनवादी पार्टी के लिए और जनवाद की सोच रखने वाले अति दलितों और अति पिछड़ो के लिए हर्ष का विषय है कि जनवादी जो पिछले कई सालों से सामाजिक राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है। और जिसके लिए डॉ संजय चौहान ने अपना जीवन समर्पित किया है, उसके लिए महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव 2024 एक मिल का पत्थर साबित होने जा रहा है। जन जनवादी पार्टी यूपी, बिहार और झारखण्ड में अपनी एक अलग पहचान और विस्तार के बाद महाराष्ट्र में भी अपना संगठन खड़ा कर चुकी है। उसी संगठन के दम पर महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव 2024 में मजबूती के साथ लड़ रही है।
इस बार महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव 2024 में जन जनवादी पार्टी दो दर्जन से अधिक विधान सभा सीटों जैसे कि नांदेड़ साउथ -सचिन गोविन्द राव, नांदेड़ भोकर -अर्जुन राठौर, अमरावती -दीगम्बर वामन, तीवसा -शिल्पा नरेंद्र, धामनगांव -विक्की दयाराम, अचलपुर -सुनीता राजेश, पुसद यवतमाळ -अर्जुन राठौर, रालेगांव -मनोज घेडम, रियोड -संगीता दिनेश, राजूरा-रेशमा गौतम, ब्रह्मपुरी -चक्रधर युड़ी राम मेश्राम, मोरसी -राजू बक्शी, दरयापुर -सुमित्रा साहेब राव, इगतपुर -अनिल दांतरे, लोहा कंधार -मेहरबान मोतीराम, नागपुर वेस्ट -अरुण यशवंत राव पर चुनाव लड़ रही है।
अति दलित और अति पिछड़ो के हक़ के लिए आगे बढ़ रही जन-जनवादी पार्टी
गौरतलब है कि जन-जनवादी पार्टी सामाजिक और राजनीतिक लड़ाई के लिए ही अति दलित और अति पिछड़ो के हक़ को लेकर आगे बढ़ रही है और आंदोलन कर रही है। यही कारण है कि अति दलितों और अति पिछड़ो को राजनीतिक भागीदारी में उचित स्थान और सम्मान मिले, इसी कारण सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आरक्षण में आरक्षण को लेकर जल्द ही यूपी में एक पद यात्रा कि शुरआत करने जा रही।