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एक बार फिर 30 अक्टूबर को वर्ल्ड रिकॉर्ड में रोशन होगा अयोध्या

अब अयोध्या सहित पूरी दुनिया को इंतजार है तो सिर्फ 30 अक्टूबर की शाम का, उस दिन सबके आराध्य भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या एक और कीर्तिमान रचने जा रही है।

रिपोर्ट / श्रेयशी दीप

अयोध्या : आपको बता दें कि राम की पैड़ी पर दीप बिछाने का काम तकरीबन पूरा किया जा चुका है। अब अयोध्या सहित पूरी दुनिया को इंतजार है तो सिर्फ 30 अक्टूबर की शाम का, उस दिन सबके आराध्य भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या एक और कीर्तिमान रचने जा रही है।

दीपोत्सव 2024 को लेकर एक ओर जहां योगी सरकार की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, वहीं डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने सरयू के 55 घाटों पर भारी भरकम टीम उतार दी है। दो हजार से अधिक पर्यवेक्षक, समन्वयक, घाट प्रभारी, दीप गणना व अन्य सदस्यों की देखरेख में 30 हजार से अधिक वालंटियर घाटों पर 28 लाख दीपों को सजाने का कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही 80 हजार दीपों से वालंटियर द्वारा राम की पैड़ी के घाट नंबर 10 पर प्रतीक के रूप में स्वास्तिक बना रहे हैं। यह दीपोत्सव आकर्षण का केंद्र होने के साथ पूरे विश्व को शुभता का संदेश देगा। इसके लिए 150 से अधिक वालंटियर लगाए गए हैं।

दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए दूसरे दिन विश्वविद्यालय परिसर एवं अन्य संस्थानों के वालंटियर जय श्रीराम के जयघोष के साथ राम की पैड़ी रवाना किए गए। सभी वालंटियर ने गले में क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड, टी-शर्ट और कैप में घाटों पर दीपों को सजाना शुरू किया गया। बीच-बीच में वालंटियर द्वारा जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे और 16 गुणे 16 का दीयों का ब्लाक बना रहे है जिनमें 256 दीए सजा रहे हैं।

दीपोत्सव एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड

30 अक्टूबर 2024 को अयोध्या का दीपोत्सव एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए तैयार है। इस वर्ष, राम की पैड़ी और सरयू के 55 घाटों पर 25 लाख दीयों का प्रज्वलन किया जाएगा, जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अयोध्या का नाम दर्ज कराएगा। इसके अलावा, पूरे शहर में अतिरिक्त 10 लाख दीये भी जलाए जाएंगे। इस आयोजन में लगभग 90,000 लीटर सरसों के तेल का उपयोग होगा, और इसे सफल बनाने के लिए 30,000 स्वयंसेवकों की टीम तैनात की गई है।
दीपोत्सव के दौरान राम-सीता और लक्ष्मण का प्रतीकात्मक आगमन एक हेलिकॉप्टर से पुष्पक विमान के रूप में होगा, और सरयू के किनारे आरती के लिए 1,100 लोगों का समन्वय भी किया जाएगा, जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड स्थापित करने का प्रयास है। इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए पूरे शहर को सजाया गया है, जिसमें प्रभु श्रीराम से जुड़े आर्ट इंस्टॉलेशन और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे।

वालेंटियर्स के लिए समुचित व्यवस्था

छोटी दीपावली के दिन 30 अक्टूबर को 28 लाख दीयों में तेल, बाती लगाकर देर शाम प्रज्ज्वलित करने के साथ एक नया विश्व रिकार्ड कायम करेंगे। दूसरी ओर घाटों पर घाट प्रभारी व समन्वयक द्वारा समय-समय पर वालंटियर को दिशा-निर्देश प्रदान किए जा रहे हैं। बहुत ही सावधानी से वालंटियर गत्तों से दीए निकालकर घाटों पर बिछाने का कार्य कर रहे है।

इन वालंटियर को घाटों पर स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था सामग्री संयोजक प्रो सिद्धार्थ शुक्ला व प्रो गंगाराम मिश्र की देखरेख में की गई है। सभी को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वांलटियर के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई। भोजन समिति के संयोजक प्रो चयन कुमार मिश्र व उनके सहयोगियों द्वारा भजन संध्या स्थल पर वालंटियर को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। दूसरी ओर विवि के उपकुलसचिव दिनेश कुमार मौर्य द्वारा नगर निगम की मदद से घाटों की स्वच्छता के लिए भारी भरकम टीम उतार दी गई है। इनके द्वारा घाटों की साफ-सफाई कराई जा रही है।

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