
देशभर में लोकसभा चुनाव प्रचार में पीओके का मुद्दा छाया हुआ है। वहीं अगर बात करें बीजेपी की गृह मंत्री अमित शाह हर रैली में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर बयान दे रहे हैं तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाकायदा तारीख का भी ऐलान कर दिया। पकिस्तान की भारत में वापसी को लेकर योगी ने जो बयान दिया है उसने हिंदुस्तान की सियासत में ही नहीं पाकिस्तान में भी हलचल बढ़ा दी है।
आपको बता दे की पकिस्तान का पूरा इलाका हिंदुस्तान का एक अंग हुआ करता था। लेकिन सालों से पाकिस्तान ने इस इलाके पर अवैध कब्जा जमा रखा है। लंबे वक्त से हिंदुस्तानियों की मांग रही है कि भारत सरकार अपने इस इलाके को पाकिस्तान के चंगुल से मुक्त कराए। अब पहली बार हिंदुस्तान के चुनाव प्रचार में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत में शामिल करने की तारीख सामने आई है। शनिवार को महाराष्ट्र के पालघर की चुनावी रैली में उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीओके की वापसी की तारीख बता दी है और ये पहली बार हुआ है जब सत्ताधारी दल के किसी बड़े नेता ने पकिस्तान को लेकर 6 महीने का वक्त तय किया है।
हालाँकि योगी आदित्यनाथ के इस बयान से पहले और इस बयान के बाद भी देश के गृह मंत्री अमित शाह लगातार अपनी चुनावी रैलियों में पीओके का जिक्र कर रहे हैं और ये बताने से नहीं चूक रहे कि पीओके भारत का हिस्सा था और है और हम इसे लेकर रहेंगे। बता दे की पाकिस्तान में महंगाई इतनी बढ़ चुकी है कि लोग त्रस्त हो गए हैं। पीओके के लोग अब पाकिस्तान के साथ नहीं रहना चाहते है। यही वजह है कि वहां अंदर ही अंदर बगावत की चिंगारी सुलग रही है और पीओके में सुलगती इस चिंगारी के बीच अब भाजपा को इंतजार 4 जून का है, क्योंकि उसी दिन हिंदुस्तान की जनता का फैसला सामने आएगा जिसके बाद तय होगी पकिस्तान किसकी तकदीर में है।