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कांग्रेस ने शुरू किया, बूथ जीतो संकल्प अभियान

कांग्रेस ने चौथे चरण के मतदान से एक दिन पहले बूथ जीतो संकल्प अभियान शुरू किया ल है। प्रदेश मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालयों तक में कांग्रेस नेताओं को बूथ के अंदर बैठाकर बूथ जीतने के लिए मतदान बढ़ाने का संकल्प त दिलवाया जा रहा है। कांग्रेस का सबसे ज्यादा जोर बाकी बचे तीन चरणों की नौ सीटों पर पर है।

लखनऊ : लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने और बूथ पर जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस ने भी भाजपा की राह पकड़ ली है। कांग्रेस ने चौथे चरण के मतदान से एक दिन पहले बूथ जीतो संकल्प अभियान शुरू किया ल है। प्रदेश मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालयों तक में कांग्रेस नेताओं को बूथ के अंदर बैठाकर बूथ जीतने के लिए मतदान बढ़ाने का संकल्प त दिलवाया जा रहा है। कांग्रेस का सबसे ज्यादा जोर बाकी बचे तीन चरणों की नौ सीटों पर पर है। पांचवें से चरण में कांग्रेस रायबरेली, अमेठी, क बाराबंकी व झांसी के चुनावी मैदान स में है। छठे चरण में इलाहाबाद की नि एकमात्र सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। सातवें चरण में बांसगांव, देवरिया, महाराजगंज व वाराणसी की न सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है।

कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सपा के साथ गठबंधन करके 17 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। चार चरणों के चुनाव के बाद बाकी बचे तीन चरणों की सीटों पर कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंकने की तैयारी कर ली है। सबसे सुरक्षित सीट मानी जाने वाली रायबरेली से राहुल गांधी मैदान में हैं। इस सीट से सोनिया गांधी 2004-06-09-14-19 में लगातार पांच बार चुनाव जीत चुकी हैं। भाजपा ने यहां से दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वह 2018 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे और 2019 के चुनाव में सोनिया के विरूद्ध भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े थे। सोनिया ने उन्हें 1,67,178 मतों हराया था। वहीं बाराबंकी से 2009 में सांसद रहे पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया मैदान में हैं। तनुज पिछले चुनाव में 1.59 लाख वोट लेकर तीसरे स्थान पर थे। छठे चरण में कांग्रेस इलाहाबाद की सीट से चुनावी मैदान में है।

पूर्व मंत्री और दो बार के सांसद तथा सपा के संस्थापक सदस्य रहे रेवती रमण सिंह के बेटे उज्जवल रमण सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। 1984 के बाद कांग्रेस इस सीट पर लोस चुनाव नहीं जीत सकी है। भाजपा ने इस सीट से पूर्व राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है। सांतवें चरण में वाराणसी की सीट पर भाजपा से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अजय राय को उम्मीदवार बनाया है। वहीं बांसगांव से बसपा छोड़कर आए पूर्व मंत्री सदल प्रसाद कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। भाजपा के उम्मीदवार कमलेश पासवान लगातार तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। देवरिया से कांग्रेस के पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह का मुकाबला भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी से है।

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