
उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय संविधान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के करोड़ों लोगों ने हजारों सालों से इस प्रकार की वेदना भरी जिन्दगी जी है। उन्होंने अपना भविष्य तय नहीं किया समाज ने उनके पैदा होने से पहले उनका भविष्य तय कर दिया। तो आप सोचिए कि उन्होंने कितना दुख, दर्द सहा होगा। उनकी योग्यता कितनी जाया हुई है, और इस कुरीती को बदलने के लिए बहुत सारे लोग खड़े हुए जिनकी ऐतिहासिक लिस्ट है, और उन सबके सब में एक ही बात समान थी कि जो उन्हें सच्चाई दिखाई दी उसको उन्होंने स्वीकार किया। मुझे यह दिख रहा है कि यह सच्चाई है और इस बात को मैं स्वीकार रहा हूं।
राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं एक जो दिन-रात सत्ता के पीछे दौड़ते रहते हैं, वह सच्चाई को कभी स्वीकारते नहीं और ना ही किसी और की सच्चाई स्वीकारते हैं उनको सिर्फ एक चीज दिखती है, किसी ना किसी तरह से मेरे हाथों में सत्ता आ जाये बाकि सब छोड़ो। उन्होंने कहा दूसरे तरीके के लोग होते हैं जो कहते है कि यह सच्चाई है इसको मैं स्वीकार कर रहा हूं चाहे मुझे अच्छा लगे या बुरा लगे मगर मुझे जो दिख रहा है उस बात को मैं पूरी तरह स्वीकार कर रहा हूं।
आपको बता दें की राहुल गाँधी ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा की अगर देश को मजबूत बनाना है तो जो मोदी जी सुपर पावर की बात करते हैं तो इस आबादी के बिना संभव ही नहीं है। अगर इस 90 प्रतिशत आबादी को सभी जगहों से वंचित कर दिया जायेगा तो हम कौन सा सुपर पावर बना पायेंगे। मतलब मोदी जी क्या बस 10 प्रतिशत देश की आबादी को ही सुपर पावर बनायेंगे? सुपर पावर तो 90-95 प्रतिशत है।
अब इस संविधान पर आक्रमण हो रहा है। मोदी जी कहते हैं मैं इस संविधान को रद्द नहीं करना चाहता हूं, जब आप सीबीआई और ईडी को लेकर राजनीति और लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हो तो आप संविधान पर हमला कर रहे हो। जब आप बिना किसी से पूछे नोटबंदी करते हो और करोड़ों आदिवासी, दलितों, पिछड़ों के हकों पर हमला करते हो तो संविधान पर हमला करते हो, जब आप सभी संस्थानों में आरएसएस के लोग भरते हो तो संविधान पर हमला करते हो, जब आप अग्निवीर योजना बिना सेना से पूछे लागू करते हो तो संविधान पर हमला करते हो।
मोदी जी राजा हैं, मैं सच बोल रहा हूं, उन्हें संविधान से कुछ लेना देना नहीं, उन्हें कैबिनेट से कोई लेना देना नहीं, उन्हें पार्लियामेंट से कोई लेना देना नहीं। वह तो 21वीं सदी के राजा हैं, वह एक अहंकारी राजा हैं। उनके जो दो से तीन फायनेंसर हैं, वही टैंपो वाले असलियत में राजा वही है, असलियत में पावर उनके पास है मोदी जी के पास नहीं। राहुल गांधी ने कहा कि ईडी ने मुझसे 50 घंटे से अधिक पूछताछ की। ईडी के लोगों को मैंने कहा कि मैं यहां तुम्हारे बुलाने पर नहीं आया हूं, मैं यहां खुद आया हूं, और सिर्फ यह जानने आया हूं कि संविधान को खत्म करने की कोशिश कौन कर रहा है।