
आन लाइन ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एसवोआइसी ने अपने क्रिएटिव ग्राफ़िक में यह दावा किया है की देश की सकल घरेलु उत्पाद में महारास्ट्र की हिस्सेदारी 15. 7 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 9. 2 प्रतिशत है इस तरह देखा जाये तो देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश की बढ़ती भागीदारी में अब बड़ी संस्थाए भी मुहर लगाने लगी हैं। देश की जीडीपी में उत्तर प्रदेश की भागीदारी बढ़ने लगी है. योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व में पिछले सात साल में जिस तरह से इकॉनमी के सभी एरिया में विकास और बढ़ोतरी हुई है उसी का नतीजा है की उत्तर प्रदेश विकास के नए पायदान पर है और तेजी से यूपी प्रगति की तरफ आगे बढ़ रहा है।
यूपी ईज आफ डूइंग बिजनेस में 14 वे स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है। योगी सरकार की कोशिशे और प्रदेश में कानून व्यस्था की सुधार के कारण ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के माध्यम से प्रदेश को करीब 40 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। उत्तर प्रदेश का निर्यात बढ़कर 2 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। प्रदेश में 96 लाख एमएसएमई यूनिट स्थापित हुए है। इन्ही सब कारणों से प्रदेश की इकॉनमी को 2027 तक वन ट्रिलियन इकॉनमी वाला प्रदेश बनाने का संकलप योगी सरकार ने लिया है। यही कारण है की पिछले सात साल में योगी सरकार ने मोदी सरकार की सहायता से लगातार प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है। उसी का परिणाम है की आज देश की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनोमी वाला राज्य बना है उत्तर प्रदेश।