
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने गाजियाबाद में छापेमारी कर फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह अब तक विभिन्न सॉफ्टवेयर और वेबसाइट के जरिए करीब 7 हजार फर्जी सर्टिफिकेट बना चुका है। इसमें मुख्य रूप से कोविड वैक्सीन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र शामिल हैं।
एसटीएफ ने साहिल , जुबैर , रियाजुद्दीन को जनपद गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से प्रिंटर, लेमिनेशन मशीन , लैपटॉप , फिंगर , थंब स्कैनर , वेब कैम , 15 मृत्यु जन्म प्रमाण पत्र , समेत कुछ नगदी बरामद हुए। गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा विभिन्न जिलों में रहने वाले सॉफ्टवेयर डेवलपर के द्वारा फर्जी वेबसाइटों का संचालन किया जाता था।
आपको बता दें कि गिरफ्त में आए युवकों के द्वारा विदेशों से घुसपैठ करने वाले नागरिकों का भी भारतीय जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। जिसके आधार पर घुसपैठि भारतीय निवास प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेते है और वो लोग भारत का आधार कार्ड बनवा लेते हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा अब तक 6575 जन्म प्रमाण पत्र, 224 मृत्यु प्रमाण पत्र और 436 फ्रेंचाइजी बनाई जा चुकी हैं।
एसटीएफ एएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए इस गिरोह ने सरकारी वेबसाइट से मिलती-जुलती कई फर्जी वेबसाइट बनाईं। पूछताछ में मास्टरमाइंड साहिल ने बताया कि कई राज्यों में सॉफ्टवेयर डेवलपर्स द्वारा फर्जी वेबसाइट संचालित की जाती हैं। फ्रेंचाइजी नियमित रूप से बेची जाती हैं। आरोपियों ने कबूल किया कि हम विदेशों से घुसपैठ करने वाले नागरिकों के लिए भारतीय जन्म प्रमाण पत्र भी बनाते हैं। जिसके आधार पर वे भारत का निवास प्रमाण पत्र प्राप्त करते हैं और फिर उसी से आधार कार्ड भी बनवाया जाता है।