
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती प्रदेश कार्यालय लखनऊ स्थित में पदाधिकारी के साथ बैठक कर रही है। इसमें यूपी और उत्तराखंड के पदाधिकारी मौजूद हैं। सूत्रों का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही बैठक में बसपा सुप्रीमो ये तय करेंगी कि आखिर उनका लोकसभा का प्रत्याशी किस तरह का होना चाहिए और क्या-क्या क्वालिटी होनी चहिए।
आपको बता दें कि मायावती पहले ही साफ कर चुकी हैं कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ेगी। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया पर जोरदार हमला बोलते हुए उन्होंने कहा था कि एनडीए और इंडिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक और पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं। जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
हाल ही में मायावती राजस्थान, तेलंगाना और अन्य राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव के दौरान जनसभाएं करती नजर आई थीं। उन्होंने इस दौरान एक जनसभा में कहा था कि देश को आजाद हुए और भारतीय संविधान को लागू हुए बरसों बीत चुके हैं, लेकिन फिर भी दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यक और मेहनतकाश लोगों का पूर्ण रूप से विकास और उत्थान नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा था कि बीएसपी बिना किसी गठबंधन के बेहद मजबूती से चुनाव लड़ रही है।