स्वास्थ्य

बदलते मौसम में कैसे करें अपना और अपने परिवार का बचाव

मौसमी एलर्जी का संक्रमण समय के साथ काबू पाया जा सकता है। अगर हम आंखों नाक और गले का बचाव सही से करें। इसे मौसमी एलर्जी को एलर्जिक राइनाइटिस के नाम से भी जाना जाता है।

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, और समाज में रहकर अपना जीवन जीता है वह समाज का एक अहम हिस्सा है मौसम जैसे ही बदलता है इंसान का रहन-सहन बदलाव खान-पान सभी में बदलाव आ जाता है। ऐसे में जब मौसम में बदलाव की शुरुआत होती है तो क्या-क्या ऐसे बदलाव करें जिससे हम मौसम की बदलाव से प्रभावित न हो सके। जैसे ठंड का मौसम आते ही सबसे बड़ी समस्या शुरू होती है एलर्जी की और जो भी लोग एलर्जी से प्रभावित होते हैं उनमें कुछ आम लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जैसे खांसी आना, छींक आना या खुजली होना शामिल है। हालांकि अपने खान-पान में बदलाव कर हम इससे बचाव कर सकते हैं। लेकिन उसके अलावा हम घरेलू उपाय से भी इस एलर्जी से दूर रह सकते हैं।

मौसमी एलर्जी का संक्रमण समय के साथ काबू पाया जा सकता है। अगर हम आंखों नाक और गले का बचाव सही से करें। इसे मौसमी एलर्जी को एलर्जिक राइनाइटिस के नाम से भी जाना जाता है। कुछ खास लक्षण दिखाई देते हैं जैसे खाँसना, सर दर्द, नाक का बहना, नम आंखें, आँखों में लाली, त्वचा में खुजली, गला खराब होना, थकान आदि इस लक्ष्य की सबसे बड़ी पहचान है। मौसमी एलर्जी में बुखार नहीं होता है यदि आपमें पारिवारिक इतिहास है तो एलर्जिक राइनाइटिस का खतरा और बढ़ जाता है। जिससे अटोपिक एग्जिमा और अस्थमा से भी खतरा बढ़ने लगता है।

मौसमी एलर्जी के इलाज के लिए घरेलू उपचार

इस समय विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करना चाहिए। विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें संक्रमण और एलर्जी को दूर करने में मदद मिलती है और खट्टे फलों से इंसान में ताजगी बनी रहती है और ऊर्जा भरपूर मात्रा में मिलती है। ऐसे खट्टे फलों में संतरा, आलू बुखारा, नाशपाती शामिल है। इसके अलावा लाल प्याज का पानी का सेवन नाक और छाती में जमाव के लिए सबसे अच्छा काम करती है। इसके अलावा हरी सब्जियों में और पत्तेदार सब्जियों में मिनरल विटामिन के गुण होते हैं जो एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। आप ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियों को अपने भोजन में इस्तेमाल करें जिससे एलर्जी के प्रभाव से बचा जा सके।

मसालेदार भोजन और गर्म भोजन में सूप दलिया अच्छा काम करती हैं। इसके अलावा मौसमी एलर्जी से बदलाव के लिए शहद और अदरक गले में खांसी और खराश को कम करने में बहुत मदद करते हैं क्योंकि शहर और अदरक दोनों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरस अच्छा होते हैं। अगर यह समस्या बढ़ जाए तो और लगातार एलर्जी के लक्षण दिखाई दे जैसे लाल और सूजी हुई आंखें गले में खुजली नाक में परेशानी तो अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श लेनी चाहिए। जिसके कारण गंभीर लक्षण अस्थमा जैसी बड़ी बीमारी से बचाव किया जा सके।

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