
लखनऊ : यूपी की राजधानी में बीते 6 नवंबर को पारा थाना क्षेत्र के फतेहगंज से एक महिला लापता हो गई थी। परिवार जनों ने जब गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई तो दूसरे दिन गुमशुदा महिला खून से लथपथ मिली । महिला की गला रेत कर मारने की कोशिश की गई। मामले में पुलिस ने नौ दिन बाद महिला के बहनोई समेत एक महिला और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने 9 टीमें लगाईं, 49 किलोमीटर तक जांच का दायरा रहा और इस दौरान 1900 कैमरों की मदद ली गई। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन लोगों ने फिल्म दृश्यम-2 देखकर महिला की हत्या की साजिश रची थी।
गौरतलब है कि 6 नवंबर को फतेहगंज निवासी नीलम सैनी (30) की पारा थाने में परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अगली सुबह तकरीबन 7 बजे वह मोहनलालगंज के कल्ली पूरब गांव में लहुलूहान हालत में मिली। महिला के बयानों के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नौ टीमें गठित की थीं। डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि घटना वाले दिन पीड़ित को अपने संग ले जाने वाली महिला और इनोवा की तलाश शुरू की गई। इस दौरान पुलिस टीम ने घटनास्थल के अलावा तमाम क्षेत्रों की सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी।
डीसीपी ने बताया कि कुल 1900 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित साजिश के तहत इनोवा को इधर-उधर घुमाते रहे ताकि पुलिस को सुराग न मिल सके। वहीं, इनोवा की फुटेज सामने आने पर पुलिस टीमें भी संदिग्ध कार की तलाश में दिनभर भटकती रहीं। हालांकि, एक मात्र सुराग ने पुलिस को उस गाड़ी तक पहुंचा दिया। जिसके बाद पुलिस के सामने संतोष सैनी का नाम आया। फौरन पुलिस आरोपियों को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कुबूल करते हुए घटना में शामिल अन्य लोगों का भी नाम बताया। आरोपी ने बताया कि उसके ससुर की दो बेटियां हैं। एक उसकी पत्नी तो दूसरी उसकी साली है। ससुर ने दोनों को जमीन के कई हिस्से और मकान दिए थे, लेकिन उसे कुछ भी नहीं दिया था। उसने बताया कि उन्नाव जनपद की जमीन को ससुर ने किसी को भी नहीं दिया था। उसे डर था कि कहीं ससुर यह संपत्ति भी साली नीलम को न दे दे। इसलिए हत्या की साजिश रच डाली।