
रिपोर्ट/रितु चौहान
धनतेरस को दिपावली के त्योहार शुरुआत माना जाता है. यह दिन मुख्य रूप से धन, संपत्ति और स्वास्थ्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा का है, जो समुद्र मंथन के समय अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. इस दिन परंपरागत रूप से लोग सोने-चाँदी और बर्तनों की खरीदारी करते हैं और अपने घरों को रोशनी से सजाते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस साल धनतेरस का त्योहार 29 अक्तूबर को मनाया जा रहा है.
धनतेरस पर शुभ कार्य:
1. धन और संपत्ति की खरीदारी: धनतेरस पर सोना, चाँदी, बर्तन, या अन्य मूल्यवान वस्तुएँ खरीदना बहुत शुभ माना जाता है.
2. धनवंतरि पूजा: इस दिन धन्वंतरि भगवान की पूजा का विशेष महत्व है, जो आरोग्य और समृद्धि के देवता माने जाते हैं.
3. धन और लक्ष्मी पूजा: घर में लक्ष्मी और कुबेर की पूजा करने से आर्थिक समृद्धि आती है.
4. साफ-सफाई: इस दिन घर को साफ और सुंदर बनाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
5. दीप जलाना: मुख्य दरवाजे पर दीप जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है.
धनतेरस पर अशुभ माने जाने वाले कार्य:
1. कर्ज लेना या देना: इस दिन कर्ज लेने या देने को अशुभ माना जाता है, इससे आर्थिक परेशानियाँ आ सकती हैं.
2. फटे या टूटे बर्तन खरीदना: फटे-पुराने या टूटे हुए बर्तन खरीदने से नकारात्मकता आती है, इसलिए ऐसे सामान न खरीदें.
3. झगड़ा या नकारात्मक बातें: धनतेरस के दिन नकारात्मक बातें करने और झगड़ा करने से बचें, यह अशुभ माना जाता है.
4. धातु का लोहे से बना सामान खरीदना: इस दिन लोहे का सामान खरीदना अशुभ माना जाता है। सोना, चाँदी, तांबा, या पीतल के बर्तन खरीदें .
5. घर में गंदगी: धनतेरस पर घर में गंदगी रखना अशुभ माना जाता है, इसलिए घर को स्वच्छ रखना आवश्यक है.
इन सब बातों को ध्यान में रखकर धनतेरस मनाने से घर में सुख-शांति, स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहेता है.